शनिवार, 30 अक्तूबर 2010

दिल

दिल का
एक छोटा सा हिस्सा
रोशन धूप से
भीगा जल से
पसीजा ओस से
सहेजा स्नेह से
पगा भावों से
मचला इच्छाओं से
बहका आमद से
और
फिर डूब गया
पूरा का पूरा
प्यार से.........